A REVIEW OF SHIV CHAISA

A Review Of Shiv chaisa

A Review Of Shiv chaisa

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योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥

Shiv Chalisa is usually a “forty verse” prayer which praises the Lord and asks for his help in eradicating hardships and hurdles in devotee’s daily life.

पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ ।

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥

मंत्र महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - अयि गिरिनन्दिनि

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें

दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर

मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥

श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।

O Lord, the beloved daughter of Maina on Your left provides to Your splendid physical appearance. O Wearer with the lion's skin, the trishul in the hand destroys shiv chalisa lyricsl all enemies.

श्रीरामचरितमानस धर्म संग्रह धर्म-संसार एकादशी

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